असल न्यूज़: उत्तर-पश्चिम जिले के पीतमपुरा इलाके में बृहस्पतिवार रात एक चार मंजिला इमारत में आग लगने से छह लोगों की मौत हो गई, जबकि एक गंभीर है। आग इतनी भीषण थी कि घर में मौजूद लोगों को बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिला। कुछ लोगों ने छत पर जाकर खुद को बचाने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे। दमकल की आठ गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
दमकल विभाग के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि दमकलकर्मियों ने सात लोगों को अत्यंत झुलसी अवस्था में निकालकर अस्पताल पहुंचाया। दिल्ली पुलिस के डीसीपी जितेंद्र मीणा ने हादसे में छह लोगों की मौत की पुष्टि की है। इनमें चार महिलाएं और दो पुरुष हैं। पुलिस मृतकों व झुलसे लोगों की पहचान करने में जुटी है।
पुलिस अधिकारी का कहना है कि इमारत में रहने वाले सभी लोग किरायेदार थे। दमकल अधिकारियों ने बताया, रात करीब 8 बजे पीतमपुरा के जेडपी ब्लॉक के मकान संख्या 37 में आग लगने की जानकारी मिली। आग की लपटें ग्राउंड फ्लोर से शुरू होकर पहली मंजिल तक पंहुचीं। ऊपर की मंजिलों में धुआं भर गया था।
दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाने की कोशिश के साथ-साथ फंसे लोगों को निकालने का प्रयास भी शुरू किया। करीब 45 मिनट में आग पर काबू पाया गया। जिन सात लोगों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया वे दूसरी और तीसरी मंजिल पर थे। इनमें से चार अचेत थे। बाद में इनमें से छह की मौत हो गई। एक की हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।
हीटर या अन्य उपकरण से आग लगने की आशंका
पीतमपुरा में चार मंजिला इमारत में आग लगने से छह लोगों की मौत मामले की शुरुआती जांच के बाद आशंका जताई जा रही है कि हीटर या किसी अन्य उपकरण की वजह से अपर ग्राउंड फ्लोर पर पहले आग लगी।
इसके बाद आग ने पहली मंजिल को चपेट में ले लिया। इन दोनों ही फ्लोर के लोग सुरक्षित निकल गए, लेकिन दूसरी और तीसरी मंजिल पर चार महिलाओं समेत कुल सात लोग फंस गए। ऊपरी मंजिलों पर मौजूद लोग चाहकर भी नहीं निकल पाए। ज्यादातर लोगों का वहीं पर दम घुट गया, जिसमें से छह की मौत हो गई।
एक की हालत नाजुक बताई जा रही है। आग पर काबू पाने के बाद अधिकारियों ने जब इमारत के बिजली के मीटर और वायरिंग की जांच की तो वह सुरक्षित पाए गए। आशंका व्यक्त की जा रही है कि अपर ग्राउंड फ्लोर पर चल रहे हीटर या किसी दूसरे सामान की वजह से आग भड़की। आग की सही वजहों का पता जांच के बाद ही चल पाएगा।
पुलिस के अलावा क्राइम टीम और एफएसएल की टीम मौके से साक्ष्य जुटाने में लगी थी। पुलिस अपर ग्राउंड फ्लोर पर रहने वाले लोगों से पूछताछ करने का प्रयास कर रही है। हादसे के बाद सभी बुरी तरह डरे हुए हैं। दूसरी ओर बिल्डिंग में कूलिंग का काम भी जारी था। दमकल विभाग की दो गाड़ियां वहां मौजूद थीं।
एक अधिकारी ने बताया कि हादसा पीतमपुरा के जेडपी-37 में हुआ। यहां करीब 160 गज के प्लॉट पर चार मंजिल बनी हुई हैं। ग्राउंड फ्लोर पर पार्किंग है, जबकि अपर ग्राउंड और पहला फ्लोर एक ही मालिक के हैं। उन्होंने दोनों फ्लैटों को डुप्लेक्स बनाया हुआ है। दूसरे और तीसरे फ्लोर पर अलग-अलग परिवार रहते हैं।
दमकल विभाग के एडीओ सीएल मीना ने बताया कि सूचना के बाद जब उनकी टीम मौके पर पहुंची तो अपर ग्राउंड और पहले फ्लोर पर आग लगी थी। सबसे पहले आग पर काबू पाने का काम शुरू हुआ। आग को दूसरी और तीसरी मंजिल पर पहुंचने से रोका गया। इसके साथ ही रेस्क्यू का काम भी शुरू हुआ।
पड़ोस की इमारत से आग वाली इमारत की छत पर पहुंचकर तीसरी मंजिल पर पहुंचा गया। वहां से तीन महिलाओं समेत चार लोगों को निकाला गया। इसके बाद दमकलकर्मी इमारत में अंदर घुस गए। दूसरी मंजिल पर फंसे तीन लोगों को निकाला गया। इनमें चार लोगों की सांसें रुकी हुई थीं जबकि तीन की सांसें चल रही थीं।
दिल्ली में आग लगने की घटनाएं
14 नवंबर 2023 : शकरपुर के गणेश नगर स्थित चार मंजिला इमारत में लगी आग, एक की मौत, 19 झुलसे, कुल 26 लोगों को सुरक्षित निकाला गया।
08 नवंबर 2023 : दिल्ली के वेलकम स्थित कबीर नगर में चार मंजिला इमारत में लगी आग, पिता-पुत्री झुलसे। दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया, बाकी लोगों ने पड़ोस की इमारत में जाकर जान बचाई।
29 अगस्त 2022 : दिल्ली के जीटीबी एंक्लेव स्थित दिलशाद कालोनी में देर रात चार मंजिला इमारत की पार्किंग में भीषण आग लगी। आग
लगने से इमारत में धुआं भरा, लोगों ने छत पर भागकर अपनी जान बचाई।
02 नवंबर 2016 : शाहदरा की मोहन पार्क कॉलोनी में चार मंजिला इमारत की पार्किंग में आग लगने से मां-बेटी समेत तीन की मौत हुई 12 लोग झुलसे।
19 जून 2019 : दक्षिण पूर्वी दिल्ली के अबुल फज़ल एंक्लेव इलाके में एक आवासीय इमारत के पार्किंग स्थल पर आग लग गई। इस घटना में सात लोगों को बचाया गया।
06 अगस्त 2019 : दिल्ली के जाकिर नगर में एक इमारत के पार्किंग में भीषण आग लगी, आग में 6 लोगों की मौत, 11 लोग झुलसे।
अग्निशमन विभाग के पास हर दिन आ रहीं 86 कॉल्स हादसों में रोज चार की मौत
दिल्ली में अग्निशमन विभाग के पास बीते वर्ष हर दिन औसतन 86 कॉल्स आईं, जबकि चार लोगों की किसी न किसी हादसे में हर दिन जान चली गई। दिल्ली फायर सर्विस के आंकड़ों को देखंे तो वर्ष 2022 में हादसों में 1029 के बदले वर्ष 2023 में 1266 लोगों की जान चली गई। आग में झुलसने से 59 लोगों की मौत हो गई।
दमकल विभाग ने 3129 लोगों की अलग-अलग मौकों पर जान भी बचाई। हालांकि वर्ष 2023 में आईं कॉल्स की बात करें तो उसमें मामूली कमी दर्ज की गई। वर्ष 2022 में 31958 के बदले वर्ष 2023 में 31399 कॉल्स आईं, लेकिन कॉल्स कम आने के बाद भी मौत के आंकड़ों में इजाफा हुआ।
अग्निशमन विभाग के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि राजधानी में दमकल विभाग के पास औसतन 86-87 कॉल्स हर दिन आती हैं। इनमें से आधी या उससे थोड़ी कम या ज्यादा आग लगने की होती है, जबकि बाकी दूसरे हादसों के लिए दमकल विभाग से मदद के लिए कॉल की जाती हैं। इन कॉल्स में बड़ी संख्या जानवरों और पक्षियों को बचाने की भी होती है।
वर्ष 2023 में पशुओं को बचाने की 3533 जबकि पक्षियों को बचाने की 3868 कॉल्स आईं। पूरे साल में सबसे अधिक कॉल 3158 अगस्त के माह में आई। कोविड के दौरान वर्ष 2020-21 और 2021-22 में कॉल्स की संख्या में खासी कमी हुई थी, लेकिन बाद में दोबारा आंकड़ा 31 हजार के पार पहुंच गया। अतुल गर्ग ने बताया कि विभाग हर कॉल्स में अपनी कार्रवाई करता है। अक्सर कॉल फर्जी निकलती है और स्टाफ को वापस आना पड़ता है।